देर रात भूकंप ने नेपाल में मचाही तबाही
भूकंप की जद में आने से 128 लोगों की मौत
प्राकृतिक आपदा में कई इमारतें भी ढही
हादसे में 140 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
मलबे से लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी।
काठमांडू (यूके संगम) शुक्रवार आधी रात को आए 6.4 तीव्रता के भूकंप से नेपाल में भारी जानमाल का नुकसान हुआ। आपदा में देश के उत्तर-पश्चिमी जिलों में धरती के हिलने से काफी संख्या में लोगों की मौतें हो गईं। इमारतों के गिरने और संचार संपर्क टूटने से हालात काफी खराब हो गये।
स्थानीय पुलिस सूत्रों के मुताबिक पश्चिम नेपाल में 128 लोगों की मौत हुई और 140 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अफसरों के मुताबिक इमारतों के मलबे में कई लोगों के दबे होने से मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। नेपाल के अलावा भारत में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर समेत यूपी और बिहार में आधी रात को लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान (एनसीएस) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल के अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में जाजरकोट में 10 किलोमीटर की गहराई में था। रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर आए इस भूकंप की वजह से लोगों को बदहवासी में घरों से बाहर निकलना पड़ा। नेपाल में एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है।
अधिकारियों के मुताबिक आपदा के बाद घना अंधेरा होने के कारण गिरी हुई इमारतों और भवनों के अंदर से हताहतों को बाहर निकालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुरक्षा एजेंसियां और बचाव दल के कर्मचारी सुरक्षित लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे रहे।
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने आपदा पर दुख जताते हुए सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत बचाव और राहत कार्यों में शामिल होने का निर्देश दिया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया है, “प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात आए भूकंप में जान-माल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया है और तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी तीन सुरक्षा निकायों को तैनात किया है।”