खौफनाक: युवक से पहले किया कुकर्म फिर हत्या कर शव के किये टुकड़े

उत्तर प्रदेश के मेरठ में LLB की पढ़ाई कर रहे छात्र, यश रस्तोगी (Yash Rastogi) की उसके समलैंगिक दोस्तों ने हत्या कर दी। मोबाइल की लोकेशन के आधार पर मेरठ पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफतार किया है, जिनके नाम हैं: सलमान, शाहवेज, अलीजान व इमरान।

क्या है मामला?
मेडिकल थाना के जागृति विहार सेक्टर-6 का रहने वाला यश रस्तोगी लॉ (LLB) की पढ़ाई कर रहा था। यश अपने परिवार के साथ रहता था। 26 जून की शाम को यश अपने घर से ये कहकर स्कूटी लेके निकला कि वह थोड़ी देर में वापस आ जाएगा। लेकिन वह उस दिन वापस घर नहीं लौटा, जिसके बाद परिजनों ने मेडिकल थाने में यश के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई।

क्यों की गई यश की हत्या
2 जुलाई देर रात शनिवार को मेरठ पुलिस ने यश रस्तोगी के शव को एक नाले से बरामद किया। आरोपियों ने यश के साथ पहले कुकर्म किया, और फिर उसका गला घोंटकर बाद उसकी हत्या कर दी।

मेरठ पुलिस के अनुसार आरोपी शावेज (Shavej) और अलीजान (Alizaan) ने पूछताछ में बताया कि यश (Yash Rastogi) अपना मोबाइल नहीं दिखा रहा था। इसपर उन्हें शक हुआ कि उसके पास उन सभी की कोई आप्पतिजनक वीडियो है। इस बात पर पहले कुछ देर आरोपियों की यश के साथ गाली-गलौच हुई और अंत में उन लोगों ने यश का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। यश की मौत के बाद आरोपियों ने उसकी गर्दन काट दी व शरीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर उसे बोरे में भरकर नाले में फेंक दिया।

यश के मोबाइल की लोकेशन से खुला मौत का राज़।
मामले की जांच के दौरान पुलिस को यश के मोबाइल की लोकेशन लिसाड़ीगेट क्षेत्र में पिलोखड़ी के पास मिली। CDR के आधार पर पुलिस ने उसके दोस्त इमरान, शावेज, अली उर्फ अलीजान और सलमान को हिरासत में ले लिया।

पहले तो चारों आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद अंततः उन्हें अपना मुंह खोलना पड़ा।

SP सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि यह समलैंगिक युवकों का गिरोह था और चारों आरोपी यश के दोस्त थे जिन्होंने उसकी हत्या कर दी। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।

आपको बता दें कि लिसाड़ीगेट क्षेत्र काफी संवेदनशील इलाका है और इसीलिए वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रात को जब पुलिस चारों आरोपियों के साथ यश रस्तोगी (Yash Rastogi) का शव बरामद करने के लिए लिसाड़ीगेट गई, तो किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए पुलिस ने आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया था।

Himfla
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Pahadi Bhula

Author has been into the media industry since 2012 and has been a supporter of free speech, in the world of digitization its really hard to find out fake news among the truth and we aim to bring the truth to the world.