उत्तराखंड ब्रेकिंग: UKSSSC पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी पर घोषित इनाम की राशि 25 हजार से बढ़ाकर 2 लाख रुपए।

पांच दिन पहले मूसा को पेपर लीक का मास्टरमाइंड घोषित किया गया था। उसे गिरोह का सरगना बताया गया। इस आधार पर मूसा समेत गिरोह के 21 आरोपियों पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया गया। मामले का मास्टर माइंड सैय्यद सादिक मूसा की गिरफ्तारी के लिए सरकार ने इनाम की राशि 25 हजार से बढ़ाकर दो लाख रुपए कर दी है। वहीं सैय्यद सादिक मूसा के गुर्गे योगेश्वर राव पर भी इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दी गई है।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में एसटीएफ अब तक 35 नकल माफियाओं को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है।इस गिरोह का सरगना पेपर लीक कराने का असल मास्टरमाइंड आरएमएस सॉल्यूशन कंपनी के मालिक का खास दोस्त अंबेडकर नगर निवासी सैयद सादिक मूसा बताया जा रहा है। मूसा केवल उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में भी इस तरह की परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं।
कंपनी की प्रेस से लीक होकर पेपर पहले मूसा के पास ही पहुंचता था। इसके बाद चेन पर चेन बनती थी। पुलिस आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर चुकी थी लेकिन मूसा अभी भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है जिसे देखते हुए अब मूसा पर रखे गये इनाम को बढ़ाकर 2 लाख कर दिया गया है।
गिरोह का सरगना सैय्यद सादिक मूसा उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर का रहने वाला है, एसटीएफ के मुताबिक उत्तर प्रदेश के नकल माफिया और UKSSSC पेपर लीक गैंग के सरगना के रूप में फरार अभियुक्त सैय्यद सादिक मूसा की पहचान हुई है ।
STF की अलग-अलग टीमें मूसा की तलाश में यूपी के अलग-अलग ठिकानों में धरपकड़ में जुटी है। मगर वह अंडग्राउंड हो गया है। उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है।
मूसा की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी बड़ा खुलासा होने की संभावना है। इस काम में मूसा का एक अन्य दोस्त योगेश्वर राव भी शामिल है। दोनों ही इस वक्त फरार हैं।
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक टीमें लगातार हर सूचना पर काम कर रही है आरोपियों की तलाश जारी है इन्हे जल्द अरेस्ट किय़ा जायेगा।

Himfla
Ad