
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से ट्रैक कर हिमांचल के रिकोंग पियो को निकले 9 सदस्यी दल में से एक ट्रेकर की एक अत्यंत खतरनाक बर्फ का पहाड़ पार करते समय रस्सी छूटने के कारण गहरी खाई में गिरने से मौत हो गयी थी और एक अन्य घायल हो गया था।
डिप्टी डायरेक्ट फारेस्ट डी पी बडौनी ने मीडिया को बताया कि 28 अगस्त को इस दल के सदस्यों द्वारा क्षेत्रीय वन अधिकारी से पास के लिये संपर्क किया गया था जिसे पार्क बन्द होने के कारण स्वीकृति नही दी गयी थी।
इसमें तीन कोलकता के ट्रेकर थे और 6 पोर्टर उत्तरकाशी जिले के थे।
इसके बाद भी इन सभी लोग द्वारा अवैध रूप से राष्ट्रीय पार्क में प्रवेश किया, इसके लिये इन सभी पर वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम 1972 की धारा 27 और 51 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है और जाँच पड़ताल की जा रही है।
वही सोमवार को ITBP द्वारा इस अति दुर्गम स्थान पर मृतक डुले के शव को निकालने का अभियान शरू किया। आपको बताते चले कि खिमलोगा पास हिमालयी क्षेत्र के सबसे कठिन चढ़ाई मार्गो मे से एक है। धौलाधार पर्वत श्रृंखला में स्तिथ यह रूट 5718 मीटर उँचा है और 47 किलोमीटर का ट्रैक अति दुर्गम स्थानों से होकर गुजरता है।


