खेल दिवस:शराब से संवरेगा उत्तराखंड में खिलाड़ियों का भविष्य, जानिए राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे में ।

वैसे तो अक्सर सुना और देखा जाता है कि शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और शराब पीने से मनुष्य को कई तरह की रोग व्याधि का सामना करना पड़ता है। और समय समय पर देवभूमि उत्तराखंड की सरकार बड़े बड़े मंचों से आगाह भी करती है कि मादक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए,लेकिन देवभूमि उत्तराखंड की सरकार ने इन सारी कही सुनी बातों के उलट राज्य को एक एसी योजना समर्पित करने जा रही है। जिस योजना के लागू होने के बाद शराब से रोग व्याधि या हानिकारकता नहीं बल्कि स्वस्थ्य खिलाड़ियों को जन्म देगी और राज्य खेल प्रतिस्पर्धाओं के क्षेत्र में आसमान छूएगा। जी हां ये एकदम सच है आइए आपको बताते हैं देवभूमि उत्तराखंड की सरकार द्वारा आज से शुरू होने वाली इस योजना के बारे में –

प्रदेश सरकार केरल उड़ीसा व हरियाणा की तर्ज पर उत्तराखंड में खेल विकास निधि बनाने जा रही है। आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसकी घोषणा कर सकते है। इसके अलावा सरकार को शराब से खेलों के लिए हर साल दो सौ करोड़ इक्कठा करने की तैयारी में है खेल विभाग को आर्थिक मजबूती देने के लिए स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड बनाया जा रहा है । विभाग के अधिकारियों की माने तो हरियाणा, दिल्ली,केरल, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में इस तरह का डेवलपमेंट फंड पहले से लागू है।

उत्तराखंड राज्य में इस तरह की व्यवस्था ना होने से खेल विभाग को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है एवं पुरस्कार की धनराशि देने में भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है , राज्य खेल विभाग के अनुसार विभिन्न राज्यों की खेल नीति का गहन अध्ययन करने के बाद विभाग ने इस प्रस्ताव को तैयार किया है। इस फंड से खेल विभाग के लिए सीएसआर एवं अन्य मदों अन्य मदों से आर्थिक प्रबंधन किया जा सकेगा। इसमें हरियाणा की तर्ज पर प्रति बोतल एक रूपये सेस लगाकर प्रतिवर्ष दो सौ करोड़ जुटाने की तैयारी में है,उक्त प्रस्ताव पर युवा कल्याण एवं खेल मंत्री रेखा आर्या का अनुमोदन विभाइ को मिल चुका है इस फंड का उपयोग कर राज्य में खेल संबधी गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत सरकार 4000 खिलाड़ियों को 14 वर्ष तक 1500 प्रति माह छात्रवृत्ति देने जा रही है। जिससे विभाग पर बड़ा आर्थिक बोझ भी पड़ेगा।

क्या है मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना? उत्तराखण्ड राज्य के उदीयमान खिलाड़ियों का खेल कौशल विकसित किये जाने एवं उनकी खेल उपलब्धियों को बढ़ावा दिये जाने तथा उन्हें खेलों से जुड़े रहने एवं अधिक मनोयोग से खेलों में प्रतिभाग किये जाने तथा भविष्य के लिये खिलाड़ी तैयार किये जाने के दृष्टिगत उत्तराखण्ड राज्य के उदीयमान खिलाड़ियों को प्रति वर्ष मुख्यमंत्री उदीयमान उन्नयन योजना के अन्तर्गत खिलाड़ियों को प्रतिवर्ष आवश्यक बैट्री टेस्ट एवं उसकी दक्षता की योग्यता के आधार पर 08 वर्ष से 14 वर्ष तक की आयु के प्रति जनपद 150-150 बालक-बालिकाओं (08 से 09 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 09 से 10 वर्ष के 25-25 खिलाड़ियों, 10 से 11 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 11 से 12 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी 12 से 13 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी, 13 से 14 वर्ष के 25-25 खिलाड़ी) अर्थात् प्रतिवर्ष कुल 3900 खिलाड़ियों को रू0 1500/- प्रतिमाह छात्रवृति प्रदान किये जाने की योजना है।

आपको बताते चलें कि राज्य बनने के 22 वर्ष पूर्ण होने को हैं पिछले आंकड़ें देखे जाएं तो एसा पहला मौका नहीं है जब राज्य के किसी विभाग की डूबती आर्थिकी की तारणहार शराब बनी हो, बल्कि इससे पूर्व में भी कई विभागों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में शराब ने मित्र रूपी भूमिका निभाई है।यही कारण है कि तमाम चेतावनी और पाबंदी के बाद भी उत्तराखंड का शराबप्रेमी शराब खरीदने में तनिक गुरेज नहीं करता देवभूमि उत्तराखंड में सालाना अरबों रुपए की शराब खप जाती है।और राज्य के तमाम विभागों की डूबती आर्थिकी को मझधार कराती है।

Himfla
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