ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पारिवारिक मेडिकल इमरजेंसी के कारण इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में चल रहे तीसरे टेस्ट से तुरंत हट गए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को जानकारी दी, ‘इस चुनौतीपूर्ण समय में बीसीसीआई और टीम अश्विन का पूरा समर्थन करती है।’
बीसीसीआई ने कहा- करते हैं समर्थन
बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा, ‘बीसीसीआई चैंपियन क्रिकेटर और उनके परिवार को अपना हार्दिक समर्थन देता है। खिलाड़ियों और उनके प्रियजनों का स्वास्थ्य और भलाई अत्यंत महत्वपूर्ण है।
बोर्ड अश्विन और उनके परिवार की गोपनीयता का सम्मान करने का अनुरोध करता है, क्योंकि वे चुनौतीपूर्ण समय में यात्रा कर रहे हैं।’
बोर्ड और टीम अश्विन को हर आवश्यक सहायता देना जारी रखेगी और जरूरत के मुताबिक सहायता प्रदान करने के लिए संचार के रास्ते खुले रखेंगे। बीसीसीआई ने बताया कि टीम इंडिया इस संवेदनशील समय के दौरान प्रशंसकों और मीडिया की समझ और सहानुभूति की सराहना करती है।
वही बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला द्वारा ट्वीट कर क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन की माताजी के स्वास्थ्य लाभ की कामना करी है जिससे इतना तो साफ हो गया है की अश्विन की माताजी की तबियत खराब है और वो अस्पताल में भर्ती है।
इससे पहले अश्विन शुक्रवार को इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली का विकेट लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट के क्लब में शामिल हो गए थे। हालांकि परिवार में एक मेडिकल इमरजेंसी के चलते वह तुरंत राजकोट से अपने गृहनगर चेन्नई के लिए रवाना हो गए हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या टीम इंडिया को बीच मैच में आर अश्विन का रिप्लेसमेंट मिल पाएगा या फिर रोहित को अब 10 प्लेयर्स के साथ ही खेलना होगा। भारतीय टीम राजकोट टेस्ट में 10 प्लेयर्स के साथ खेलेगी या फिर पूरे 11 प्लेयर्स के साथ, ये अब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और इंग्लिश मैनेजमेंट के फैसले पर निर्भर करता है।
बेन स्टोक्स की लेनी होगी अनुमति
आईसीसी के नियम के अनुसार टीम इंडिया अश्विन के रिप्लेसमेंट के तौर पर प्लेइंग इलेवन में किसी भी खिलाड़ी को शामिल नहीं कर सकती. नियम के अनुसार भारतीय टीम इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) की सहमति के बाद ही आर अश्विन का रिप्लेसमेंट ला सकती है। एमसीसी के नियम 1.2.2 के अनुसार विरोधी कप्तान की अनुमति के बिना प्लेइंग इलेवन के किसी भी खिलाड़ी को बदला नहीं जा सकता।
बैटिंग-गेंदबाजी नहीं कर सकता सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी
अगर स्टोक्स टीम इंडिया को अश्विन के रिप्लेसमेंट की अनुमति दे देते हैं तो फिर कोई भी खिलाड़ी अश्विन की जगह ले सकता है। वरना भारतीय टीम को 10 खिलाड़ी और एक सब्स्टीट्यूट के साथ मैदान पर उतरना होगा। नियम के अनुसार सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी न तो बैटिंग कर सकता है और न ही गेंदबाजी, वो सिर्फ फील्डिंग कर सकता है।