SBI ने चुनावी बॉन्ड्स से जुड़ी जानकारी EC को भेजी। किंतु इसमें बांड खरीदने वालों और उन्हें कैश कराने वाली पार्टी का डाटा अलग-अलग है। इसे अध्यन करने के बाद भी किसने किस पार्टी को कितना धन दिया पता लगाना बेहद मुश्किल है। EC को ये जानकारी राजनैतिक दल खुद ही देते हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मंगलवार को चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों द्वारा 12 अप्रैल, 2019 से भुनाए गए चुनावी बॉन्ड का पूरा विवरण सौंप दिया।
सुप्रीम कोर्ट के सोमवार के आदेश के अनुपालन में चुनाव आयोग को डेटा भेजा गया था, जिसमें कहा गया था कि इसे आज शाम 5:30 बजे तक किया जाए।
अदालत ने चुनाव आयोग को 15 मार्च, शुक्रवार तक डेटा संकलित करने और अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करने के लिए भी कहा था।
हालांकि, सूत्रों के अनुसार एसबीआई द्वारा ईसीआई को भेजा गया डेटा कच्चे प्रारूप में है और 15 मार्च तक ईसीआई वेबसाइट पर प्रकाशन के लिए सभी डेटा संकलित करना “एक चुनौती होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एसबीआई की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने चुनावी बॉन्ड का विवरण प्रस्तुत करने के लिए शीर्ष अदालत द्वारा निर्धारित समय सीमा को बढ़ाने की मांग की थी।