प्रदेश मे चल रही रामलीला के बीच एक सवाल अब यह खड़ा हो गया है की क्या रावण जलेगा या इंद्रदेव भिगा भिगा कर रावण का नाष करेंगे।
मौसम विभाग की अगर माने तो रावण के डूबने के आसार ज़्यादा नज़र आ रहे है क्योंकि अगले कुछ दिनों में प्रदेशभर में भारी बारिश होने के आसार है, दशहरा के दिन यानी 5 तारीख को भारी बारिश होने का अनुमान है और इस दिन प्रदेश मे येलो अलर्ट भी जारी है। हल्द्वानी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, देहरादून, चमोली समेत प्रदेश के सभी जिलों में बारिश होने का अनुमान है। कुछ बुजुर्ग बताते है कि कई साल पहले दशहरे के 3 दिन बाद रावण दहन हो पाया था और इसकी वजह भी इंद्र देव ही थे।
मौसम विभाग की माने तो 15 अक्टूबर तक मानसून के सक्रिय रहने का अनुमान है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चार अक्टूबर से एक बार फिर से बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र उत्पन्न होगा। जिससे बारिश की संभावना में बढ़ोतरी होगी।
अब ऐसे मे सवाल तो बनता ही है ” हे इंद्रदेव, क्या रावण डूबा के मारना पड़ेगा या जलाने दोगे इस बार?”