भर्ती प्रकरण में ततकथित फर्जी सूची ने संघ के उत्तराखंड की राजनीति मे देर रात भूचाल ला ही दिया,
इसके अलावा, इलाहाबाद में हुई संघ की बैठक में सह प्रांत प्रचारक देवेंद्र को सह क्षेत्र सेवा प्रमुख ग्राम विकास की जिम्मेदारी देते हुए उत्तराखंड से मुक्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि युद्धवीर का नाम उत्तराखंड के भर्ती घोटाले में तेजी से उछला था। एक सूची भी वॉयरल हुई थी जिसमें इनके करीबियों की उत्तराखंड के विभिन्न विभागों में नौकरी लगने की बात कही गयी थी। संघ के पदाधिकारियों ने तत्काल सीएम को पत्र सौंप मामले की जांच की मांग की थी।
इस प्रकरण से भौंचक राज्य सरकार ने वॉयरल सूची की तुरन्त जॉच कराई थी। और राज्य पुलिस ने 24 घण्टे के अंदर कह दिया कि सूची फर्जी है।
फिर भी, इस मामले के तूल पकड़ने के बाद संघ व भाजपा नेतृत्व के कान खड़े हुए। और प्रान्त प्रचारक युद्धवीर यादव से उत्तराखंड की जिम्मेदारी तुरन्त ले ली गयी थी। लेकिन मुहर अब प्रयागराज में संघ की हुई बैठक में मुहर लगाई गई।
दरअसल, विधानसभा भर्ती घोटाले में संघ, संगठन व सरकार से जुड़े मंत्रियों, नेताओं व अन्य प्रमुख लोगों के नाम सामने आने से पार्टी को भारी फजीहत झेलनी पड़ी। इस मुद्दे पर भाजपा नेतृत्व ने संघ ,संगठन व धामी कैबिनेट में बदलाव पर गहनता से मंथन किया। इस कड़ी में पहले संघ के इन दोनों प्रमुख नेताओं की उत्तराखंड से छुट्टी की। इसके बाद भाजपा के अगले आपरेशन की बेसब्री से जनता इंतजार कर रही है।