उत्तराखंड की चीन सीमा से बड़ी खबर सामने आ रही है जहा चीन सीमा को भारत से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण पुल देर रात भारी बारिश के कारण बह गया। जुम्मा नाले में देर शाम आई बाढ़ को यह पुल झेल नहीं पाया और बह गया। आपदा कितनी भयावह रही होगी इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है की पुल का नामो निशान मिट गया है और पुल के मलबे का भी कुछ पता नही है।
जुम्मा गांव के समीप कल अधिक वर्षा के कारण बीआरओ द्वारा निर्मित सीमान्त गांव को जोड़ने वाला पुल बह चुका है
द्रोणागिरी , जेलम ,कागा ,गरपक ,मलारी ,कोषा, कैलाशपुर ,फरक्या, बम्पा , गमसाली, नीती इन गांवों को जोड़ने वाले इस पुल के टूटने से सभी गांव से सड़क सम्पर्क टुटा, सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस पुल के टूटने से चीन सीमा पर तैनात सैनिकों का भी सड़क संपर्क मार्ग टूट गया है।
कल शाम जुम्मा गांव के समीप ग्लेशियर टूटने के कारण इस स्थान पर बाढ़ से हालात हो गए थे, इस दौरान एक बड़ा बोल्डर इस पुल पर फस गया जिसको इस पुल के टूटने की मुख्य वजह माना जा रहा है।
बीआरओ द्वारा इस घटना की पुष्टि करी गई है और बताया की जल्द ही इस जगह पर वैली ब्रिज का निर्माण कर दिया जायेगा। बीआरओ पहले भी इस तरह की प्राकृतिक आपदा के बाद वैली ब्रिज बनाने मै कई कीर्तिमान स्थापित कर चुका है, अब देखना होगा कि इस महत्वपूर्ण स्थान पर बीआरओ कितने कम समय में पुल का निर्माण कर पाता है।