उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग के पेपर लीक घोटाले से परत दर परत राज खुलते जा रहे है जहाँ एक तरफ STF अभी तक 83 लाख रुपये बरामद कर चुकी है वही कुछ ऐसे प्यादों भी घेरे में आ चुके है जो जल्द ही अपने आकाओं के नाम उगल देंगे।
मनोज जोशी पर सख्ती बढ़ने के साथ ही वो लगातार नए राज़ खोल रहा है और अब इस प्यादे पर पूरी जांच टिकी हुई है। पीआरडी मे कर्मचारी रहे मनोज की जड़े कहाँ तक है यह तो अभी कह पाना मुश्किल है मगर यह तय है कि आने वाले दिनों में कई और सफ़ेदपोश की मुसीबत बढ़ने वाली है
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखण्ड द्वारा माह दिसम्बर 2021 में आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई धाॅधली के परिपेक्ष्य में जनपद देहरादून के थाना रायपुर पर पंजीकृृत मु0अ0स0 289/22 धारा 420/467/468/471/34 भा0द0वि0 की विवेचना एस0टी0एफ0 द्वारा सम्पादित की जा रही है।
एस0टी0एफ0 द्वारा उक्त अभियोग की विवेचना के दौरान प्रश्न पत्र आउट कराने की मिलीभगत में वर्तमान तक कुल 13 अभियुक्त को गिरफ्तार कर किया गया है। जिनमें से पुख्ता साक्ष्य के आधार पर 04 सरकारी कर्मचारियों एवं 03 संविदा पर नौकरी करने वाले कर्मचारियों को भी मिलीभगत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
*एस0टी0एफ0 टीम द्वारा उक्त गिरफ्तार व्यक्तियों में से 03 (जयजीत, मनोज जोशी कोर्ट कर्मचारी, मनोज जोशी एक्स पी0आर0डी0 ) की पुलिस कस्टडी रिमाण्ड लेकर परीक्षा से सम्बन्धित महत्वपूर्ण दस्तावेज, उपकरण एवं जयजीत से पुलिस कस्टडी रिमाण्ड पर अतिरिक्त 10 लाख रूपये की बरामदगी की गई है।
पीआरडी के कर्मचारी मनोज जोशी की पुलिस कस्टडी रिमाण्ड पर सघन पूछताछ में परीक्षा से सम्बन्धित प्रश्न पत्र की खरीद-फरोख्त से सम्बन्धित लगभग 11 लाख रूपये बैंक में जमा होने की जानकारी प्रकाश में आयी है, उक्त बैंक खाते को फ्रिज करा दिया गया है।
मनोज जोशी द्वारा जनपद अल्मोडा में भी उक्त प्रकार से कमाई गई धनराशी से प्रोपर्टी आदि क्रय की गई है जिसके विरूद्व वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
उपरोक्त अभियोग में गिरफ्तार अभियुक्तो से लगभग 83 लाख रूपये बरामद किये जा चुके है। जयजीत से 47 लाख रूपये एवं दीपक चैहान से 36 लाख रूपये बरामद किये जा चुके है। अभियुक्त अभिषेक वर्मा को प्रश्न पत्र लीक कराने की एवज में मिले 36 लाख रूपये* में से 9,50,000 रू0 से अपने गाॅव में दो कमरे बनवाये, 9,00,000 रू0 में स्विफ्ट डिजायर क्रय की गई 3,00,000 रू0 , 1,50,000 रू0 , 2,00,000 रूपये अपने रिश्तेदारों व परिचितो के खातो में जमा कराये गये है।
उक्त बैंक खातो को फ्रिज करा दिया गया है। अन्य अभियुक्तों की आय का स्रोत एवं ऐसे अभ्यार्थियों की जानकारी की जा रही है जिनके द्वारा परीक्षा प्रष्न पत्र को खरीदा गया है ।
अभियोग में साक्ष्यो हेतु आज पुनः पीआरडी मनोज जोशी का पुलिस कस्टडी रिमाण्ड न्यायालय से लिया जा रहा है।