उत्तराखंड के रानीखेत अग्निवीर भर्ती में ताहिर द्वारा फर्जी प्रमाणपत्र बना अपने को अमित घोषित कर अग्निवीर बनने की तम्मना रखना औऱ फर्जी प्रमाणपत्र बनानेबक भंडाफोड़ होने के बाद अब सवाल ये है कि इसके पीछे की मंशा फौज में जाना था या जासूस बन देश के खिलाफ साजिश रचना था ये जाँच का विषय है।
जन सेवा केंद्र के खिलाफ आवेदनपत्र में कूट रचना करके प्रमाणपत्र हासिल करने पर चार सौ बीसी का मुकदमा दर्ज किया गया है।यह केस राजस्व उप निरीक्षक दीपक टम्टा की तहरीर पर दर्ज किया गया है। इसके अलावा प्रमाणपत्र हासिल करने वाले आवेदक के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
राजस्व उप निरीक्षक दीपक टम्टा ने पुलिस को बताया है कि रेलवे बाजार निवासी ताहिर खान ने सीएससी सेंटर, शनि बाजार रोड़ के संचालक नासिर अली के माध्यम से एक प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था। उसके आवेदन पर प्रमाणपत्र भी जारी हो गया। लेकिन जब प्रमाणपत्र के लिए किए गए आवेदन के साथ लगाए गए दस्तावेजों की पुनर्जांच की गई तो दस्तावेजों में कुछ स्थानों पर कूट रचना सामने आ गई। जबकि व्यवस्था के अनुसार दस्तावेजों की जांच की जिम्मेदारी सीएससी के संचालक की होती है।
इस मामले के खुलासा होने पर जारी प्रमाणपत्र रद्द कर दिया गया। बनभूलपुरा पुलिस ने इस ममाले में की दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।