उत्तराखंड और हिमाचल में यह बरसात तबाही लेकर आई है जहा हिमाचल ने ऐसी तबाही का मंजर देखा जो पिछले 50 सालो का रिकॉर्ड तोड गया तो वही उत्तराखंड मै भी मौसम की मार से जनता त्राहिमाम करने लगी है। हिमाचल में सेना द्वारा युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य किया जा रहा, तीन और शव मिलने के बाद हिमाचल आपदा में मरने वालो की संख्या 53 हो गई है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में इन दिनों प्राकृतिक आपदा कहर ढा रही है। बारिश और भूस्खलन के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों पहाड़ी राज्यों में खूब बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश के सोलन में बादल फटने और शिमला में शिव मंदिर के ढह जाने से 48 घंटे के भीतर कुल 21 लोगों की मौत हो चुकी है, वही शिमला में भवन गिरने से कई लोग मलबे मै दब गए।
तो वही उत्तराखंड के जोशीमठ में देर रात मकान गिरने से 10 मजदूर दब गए जिनमें से तीन मजदूरों का रेस्क्यू किया गया है और बचाव अभियान जारी है।
मौसम कार्यालय में बताया है कि दोनों राज्यों में बारिश के लिए दो तंत्र काम कर रहे हैं। पहला पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और दूसरा मानसून ट्रफ की लोकेशन हिमालय की तलहटी में है और दक्षिणी-पश्चिमी अरब सागर की मानसूनी हवाएं हिमालय की तलहटी से टकरा रही हैं।
बता दें कि इन दोनों वजहों से ही खूब बारिश हो रही है, पश्चिमी विक्षोभ एक तूफान है, जो भूमध्य सागर में उत्पन्न होता है और भारतीय उपहमहाद्वीप के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश लाता है। आईएमडी का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कारण बनने वाली मॉनसून ट्रफ दक्षिण की ओर बढ़ रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को कहा कि मानसून ट्रफ, एक लम्बा कम दबाव वाला क्षेत्र है जो अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में है, जिससे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी वर्षा होती है, ये अब उत्तर की ओर बढ़ रहा है।
मंगलवार को आईएमडी ने ट्वीट कर बताया है कि अगले दो दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश में और अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत में छिटपुट भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। साथ ही यह भी बताया कि 15 अगस्त से पूर्व और आसपास के मध्य भारत में वर्षा गतिविधि में धीरे-धीरे वृद्धि होगी। वहीं देश के बाकी हिस्सों में अगले 4-5 दिनों के दौरान हल्की बारिश की गतिविधि जारी रहने की संभावना है। बारिश का यह दौर अभी थमने वाला नही है और 20 तारीख के बाद एक बार फिर मौसम बदलेगा और भारी बारिश इन दोनो राज्यो पर बरसेगी। इस दौरान हिमालई क्षेत्रों से लगे तलहटी जिले ज्यादा प्रभावित होंगे। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट की माने तो नैनीताल में अगले 3 दिन मौसम सामान्य रहेगा तो वही 19 तारीख से 26 तारीख तक भारी वर्षा होगी। राज्य में 30 तारीख तक बारिश से छुटकारा मिलने के कोई आसार अभी दिख नही रहे है।