भर्ती घोटाले के आग में उत्तराखंड के हज़ारो युवाओ का भविष्य भी अधर मे लटक गया है, एक और जहाँ भर्ती घोटाले में बड़े बड़े नाम छुप गये है वही अब प्रमुख भर्तियों को भी कराने से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा रोक लगा दी गयी है।
इन परीक्षाओं पर लगी रोक।
फारेस्ट गॉर्ड 894 पद
पटवारी लेखपाल 520 पद
पुलिस कांस्टेबल 1521पद
पुलिस एस आई 272 पद
गन्ना पर्यवेक्षक भर्ती 100 पद
लैब असिस्टेंट 200 पद
उत्तराखंड जे ई 76 पद
पेपर लीक प्रकरण में विवादों से घिरे अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने समूह ग की फारेस्ट गार्ड, पटवारी, लेखपाल, पुलिस कांस्टेबल समेत 4200 पदों पर होने वाली आठ भर्ती परीक्षाओं पर रोक लगा दी है।इस्तीफा देने से पहले नाराज अध्यक्ष एस राजू ने आगामी भर्तियों की आठ परीक्षाओं पर रोक का पत्र शासन को भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि इन भर्तियों को करने के लिए उसके पास पिछले आठ महीने से परीक्षा नियंत्रक नहीं है। जब तक शासन परीक्षा नियंत्रक तैनात नहीं करता है तब तक परीक्षाएं नहीं हो पाएंगी। दिसंबर में परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कामचलाऊ व्यवस्था के तहत फिलहाल सचिव के पास ही परीक्षा नियंत्रक की भी जिम्मेदारी है। चुनाव से ठीक पहले सरकार ने 20 हजार पदों पर भर्तियां करने का फैसला लिया था इसी क्रम में 4200 नियुक्ति आयोग ने निकाली थी। सभी पर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।