उत्तराखंड में विगत दिनों मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के बाद प्रशासन द्वारा कई जिलों में विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया, कुछ जनपदों में एक से अधिक दिन का अवकाश घोषित होने के बाद अभिभावक भी सकते में आ गए की क्या सही में बहुत भारी बारिश से रूबरू होना पड़ेगा, मगर आज दिन भर बारिश की जगह साफ मौसम के लेने के बाद एक बाद फिर जिलाधिकारी द्वारा छुट्टी घोषित किए जाने पर लोग चुटकी लेते नजर आए, कई अभिभावकों का यह मानना था की जिस दिन अलर्ट घोषित होता है उसी दिन बारिश नहीं होती, ये लाजमी भी है क्योंकि अमूमन ऐसा हो होता है। आप सभी से निवेदन है कि आगे की खबर पढ़ने से पहले नीचे दिखाए गए वीडियो को जरूर देखे।
वीडियो उत्तराखंड के देहरादून जनपद के चकराता तहसील अंतर्गत पड़ने वाला एक इंटर कॉलेज का बताया जा रहा है, वीडियो में साफ देखा जा सकता है कैसे एक सैलाब इस स्कूल के भवन को चीरते हुए आगे बढ़ रहा है और सभी लोग मूकदर्शक बने हुए है। कुदरत के कहर के आगे सब बेबस बस उन सैकड़ों छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ को महसूस कर रहे है, गनीमत यह थी कि रविवार का दिन होने के कारण इस विद्यालय में अवकाश था जिस कारण बड़ी जनहानि होने से बच गई, अब जरा विचार करिए अगर यह विद्यालय खुला होता तो क्या होता? कौन होता इस हादसे का जिम्मेदार? उत्तराखंड से सरकारी स्कूल होनी निजी स्कूल पहाड़ में बरसात के समय हमेशा ही भूस्खलन का खतरा बना रहता है और आज के इस दौर में जब ऑनलाइन पढ़ाई की आदत हमारे अभिभावकों को लग चुकी है इस तरह के खतरे को भांपते हुए भी लापरवाही बरतना एक जुर्म ही होगा।
यहां हम प्रशासन से भी निवेदन करना चाहेंगे की इस तरह के आपातकालीन अवकाशों के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई कराने के भी निर्देश दिए जाए जिससे ननिहालो की पढ़ाई प्रभावित ना हो।