अपने दिल्ली दौरे पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करी है जिसके बाद सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो गयी है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री को पार्टी केंद्रीय संगठन में बड़ा दायित्व दे सकती है। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बी एल संतोष से उनकी मुलाकात को इस कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है।
पिछले वर्ष जब उन्हें मुख्यमंत्री के पद को छोड़ना पड़ा था तब भी उनके द्वारा इसका कोई कारण नही बताया गया था फिर विधानसभा चुनाव मे पूर्व मुख्यमंत्री का प्रत्याशी के रूप मे ना उतारना भी कही ना कही कुछ अलग संकेत दे रहा था और ऐसा माना जा रहा था की संगठन उनको कोई बड़ी जिम्मेदारी देगा मगर ये हो ना सका।
एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री TSR चर्चा में आ गये है और उम्मीद की जा रही है कि इस बार सब कुछ ठीक ठाक रहने पर केंद्रीय नेतृत्व उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकता है।
क्यों है त्रिवेंद्र महत्वपूर्ण?
प्रदेश संगठन के अलावा वह कुछ राज्यों में प्रदेश प्रभारी व चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से पार्टी मुख्यालय में भेंट की।
इसके बाद वह राष्ट्रीय महामंत्री एवं तेलंगाना, जम्मू कश्मीर, लेह लद्दाख के प्रभारी तरुण चुग, भाजपा विदेश विभाग के प्रमुख विजय चौथाईवाले, भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय व्यवस्था प्रमुख महेंद्र पांडेय से भी मिले।
चर्चा है कि भाजपा नेतृत्व निकट भविष्य में त्रिवेंद्र को संगठन में कोई पद दे सकता है और इसी कड़ी में विमर्श के लिए त्रिवेंद्र दिल्ली पहुंचे हैं।