उत्तराखंड (बागेश्वर) जिले की बागेश्वर विधानसभा सीट (47 Bageshwar Assembly Seat) पर 5 सितंबर को हुए चुनाव के बाद अब परिणाम 8 सितंबर यानी शुक्रवार को आने हैं. उससे पहले सभी लोगों की निगाहें उपचुनाव के रिजल्ट पर टीकी हुई हैं। यहां सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस पार्टी के बीच है। लोग ये जानने को उत्सुक हैं कि कांग्रेस बनाम भाजपा की लड़ाई में कौन बाजी मार रहा है। वहीं उपचुनाव के रिजल्ट के पहले uksangam ने समाज के वोटरों के माध्यम से एग्जिट पोल सामने लाने की कोशिश की है।
कांग्रेस-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर
बता दें कि बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के लिए 55 फीसद से अधिक मतदान हुआ। उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्व विधायक की धर्मपत्नी पार्वती दस पर ही दांव लगाया तो वहीं कांग्रेस ने पुराने आप प्रत्याशी एडवोकेट बसंत कुमार को उम्मीदवार बनाया है। 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर बसंत कुमार को 15 हजार से अधिक वोट मिले थे, वही कांग्रेस प्रत्याशी रंजीत दास को 19 हजार से अधिक वोट मिले थे वही बीजेपी प्रत्याशी चंदन राम दास ने विधानसभा चुनाव 32 हजार से अधिक वोट लाकर जीता था। चंदन राम दास की सदस्यता उनकी मृत्यु के कारण समाप्त हो गई थी और 47 बागेश्वर सीट खाली हो गई थी जिसके कारण रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव हुआ।
मतदान से पहले इंडिया गठबंधन समीकरण को भारी बढत मिलने की संभावना दिख रही थी किंतु मतदान से पहले भारत vs India को देखते हुए एक बार फिर वोटरों का रुझान बीजेपी की तरफ दिख रहा है और बीजेपी की प्रत्याशी पार्वती दास के 11 हजार के बड़े अंतर से जीत दर्ज करने की संभावना प्रतीत होती है।
विधानसभा के एक वोटर से बातचीत मै उन्होंने बताया की बीजेपी द्वारा क्षेत्र मै विकासकार्य नही के बराबर किया गया है और उनका बिल्कुल भी मन नही था बीजेपी को वोट देने का मगर वोट देते समय प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी का ध्यान आ गया और आखिरकार वोट बीजेपी को दे आया।
वही एक और वोटर द्वारा बताया गया की बीजेपी को उनकी अनेतिक नीति के कारण एक सबक सिखाने का मन था मगर वोट डालते समय मोदी जी याद आ गए और बीजेपी को वोट दे आया।
बाजारों में बीजेपी के शासन को लेकर लगभग सभी वोटरों में अक्रोश नजर आया मगर प्रधानमंत्री मोदी को लेकर सभी आश्वस्त दिखे।
वर्तमान परिस्थियो और 47 बागेश्वर की जनता से बातचीत में निष्कर्ष निकलता है की बीजेपी इस बार भी सत्ता में आएगी और बीजेपी प्रत्याशी बागेश्वर विधानसभा सीट से पहली महिला प्रत्याशी के रूप में अपना नाम इतिहास के पन्नो में दर्ज कराएगी।