भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 22वें कामनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। इस बार उन्होंने 49 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। मीराबाई चानू के परिवार और पड़ोसियों ने अपने पैतृक निवास पर जश्न मनाया जब उन्होंने भारत के लिए गोल्ड जीता।
भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 22वें कामनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। इस बार उन्होंने 49 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। मीराबाई चानू ने पिछले कामनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 48 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता था और इस बार भी उन्होंने ऐसा ही कमाल करते हुए लगातार दो बार भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने का कमाल किया। वहीं कामनवेल्थ गेम्स में उन्होंने मेडल ही हैट्रिक लगाई। उन्होंने कामनवेल्थ गेम्स में 2014 में सिल्वर मेडल जीता था तो उसके बाद 2018 और 2022 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस बीच पीएम मोदी ने ट्वीट कर वेटलिफ्टर मीराबाई चानू बधाई दी उन्होंने कहा, “भारत को एक बार फिर गौरवान्वित किया! हर भारतीय इस बात से खुश है कि उसने बर्मिंघम खेलों में एक स्वर्ण पदक जीता और एक नया राष्ट्रमंडल रिकार्ड बनाया। उनकी सफलता कई भारतीयों को प्रेरित करती है, विशेषकर नवोदित एथलीटों को।”
मीराबाई ने जीता गोल्ड मेडल
49 किलोग्राम भारवर्ग प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली मीराबाई चानू ने स्नैच राउंड के अपने पहले प्रयास में 84 किलोग्राम भार को उठाने का प्रयास किया और उसमें सफल रहीं। दूसरी प्रयास में उन्होंने 88 किलोग्राम भार को उठाने की कोशिश की और उसमें भी सफल रहीं।
ये उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास इंटरनेशनल लेवल पर रहा और उन्होंने एक नया रिकार्ड बना डाला। तीसरी बार उन्होंने 90 किलोग्राम भार को उठाने की चुनौती स्वीकार की और वे इसमें भी सफल रहीं। 88 किलो का वजन उठाकर उन्होंने कामनवेल्थ गेम्स में भी अपने भारवर्ग में एक नया रिकार्ड बना डाला। स्नैच राउंड में वो 172 किलो वजन उठाने में सफल रहीं।