उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले अंतर्गत धारचूला तहसील से बड़ी खबर सामने आ रही है जहा धौलीगंगा नदी पर बने बांध के सभी गेट खोल दिए गए।
धारचूला के छिरकिला बांध से एक साथ भारी मात्रा में पानी छोड़ने से धारचूला के कई क्षेत्रों में हुआ भू कटाव ,धारचूला में तीन मकान काली नदी में समाये , ग्रामीणों ने एनएचपीसी से की मुआवजे की मांग ,एनएचपीसी पर लगाए लापरवाही के आरोप।
धौलीगंगा नदी पर बने इस बांध से 1500 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है, वही यह बांध दारमा घाटी स्तिथ पंचाचूली ग्लेशियर से आता है, डैम के गेट खोलने का मतलब है की इस क्षेत्र में कही बहुत ज्यादा बरसात हुई है जिस कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
उल्लेखनीय है कि धौली तवाघाट में महाकाली में मिल जाती है। वहां से महाकाली का जलस्तर बढ़ने लग जाएगा।
यह नदी जौलजीबी, झूलाघाट, पंचेश्वर और टनकपुर होते हुए आगे बढ़ती है। इस बांध के गेट खुलने के कारण इन सभी स्थानों में भी नुकसान होने का अनुमान है।