उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है जहाँ परिवहन विभाग के 31 प्रवर्तन सिपाहियों को प्रवर्तन पर्यवेक्षक बनाया गया है। हालांकि प्रोन्नति विज्ञप्ति में साफ लिखा है कि यह प्रोन्नति स्थायी नही है सभी कर्मचारियों को 2 साल तक परिवीक्षाधीन अवधि में रखा जाएगा।
विभागीय पदोन्नति चयन समिति की बैठक दिनांक 30-08-2022 में की गयी संस्तुति के क्रम में परिवहन आयुक्त संगठन, उत्तराखण्ड के अन्तर्गत कार्यरत निम्नलिखित प्रवर्तन सिपाहियों को कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रवर्तन पर्यवेक्षक (वेतनमान 25500-81100 वेतन स्तर -4) के पद पर प्रोन्नत किया जाता है: