पांच बार विधायक रहे अरविंद गिरी का आकस्मिक निधन हो गया। वह मंगलवार की सुबह विधायक लखीमपुर खीरी जिले के गोला से लखनऊ के लिए मीटिंग में निकले थे।
सिधौली के पास चलती गाड़ी में उन्हें हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के हिन्द हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने भाजपा विधायक अरविंद गिरी को मृत घोषित कर दिया। इस खबर के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा सपा नेता और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव द्वारा भी विधायक अरविंद गिरी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
65 साल के अरविंद गिरि गोला विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक थे। 30 जून 1958 को यूपी के गोला गोकरणनाथ में जन्मे अरविंद गिरि ने अपने राजनीति सफर की शुरुआत 1994 में समाजवादी पार्टी से की थी। 1995 में चुनाव जीतकर गोला नगर पालिकाध्यक्ष बने। इसके बाद 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर 49 हजार मत पाकर विधायक बने।
2000 में वह दोबारा पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष बने। फिर 2002 में सपा के टिकट पर 14वीं विधान सभा के दूसरी बार विधायक बने। 2005 में सपा शासनकाल में अनुध वधू अनीता गिरि को जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित कराया। 2007 में नगर पालिका परिषद गोला के अध्यक्ष पद पर पत्नी सुधा गिरि को जिताया। 2007 में फिर तीसरी बार विधायक बने। 2007-2009 में प्रदेश के स्थानीय निकायों के लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों की जांच सम्बन्धी समिति के सदस्य रहे। 2022 मेंभारतीय जनता पार्टी से पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए।