IAS अधिकारी समीर विश्नोई को भी तफ़्तीश के दौरान किया गया गिरफ्तार।
आरोपी सूर्यकांत तिवारी के रिश्तेदार लक्ष्मीकांत तिवारी को भी किया गया है गिरफ्तार।
लक्ष्मीकांत तिवारी के खिलाफ भी जांच एजेंसी को मिले थे कई महत्वपूर्ण सबूत।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्यवाही की चर्चा आज भी जोरो पर बनी हुई है।आम जनता से राजनैतिक गलियारों में बनी हुई है।प्रदेश के नौकरशाही भी कही न कही भयभीत है।सूत्रों के अनुसार ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई, इंद्रमणि ग्रुप के सुनील अग्रवाल और फरार सूर्यकांत तिवारी के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया है। वही रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू (आईएएस) को ईडी अधिकारी के सामने पेश होना बाकी है। आज रायगढ़ कलेक्टर ने ईडी को एक पत्र भी प्रेषित किया है।जिसमे वो स्वास्थ्य गत कारणों की वजह से नही आने की बात कह रही है।साथ ही ईडी को जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही है।दरअसल, ईडी को छापेमारी के दौरान छत्तीसगढ़ में अभी तक चार करोड़ कैश मिले हैं। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर ज्वेलरी और अहम जमीनों के दस्तावेज मिले हैं।
ईडी की कार्रवाई रायगढ़ कलेक्टर के आवास पर भी चल रही थी। छापेमारी के बाद उसे सील किया गया है। इसके साथ ही कुछ सीनियर अधिकारियों के घर पर भी छापेमारी चल रही है। ईडी ने समीर विश्नोई के घर पर भी छापेमारी की थी। समीर बिश्नोई के निवास में बड़े पैमाने पर जमीनों के साथ ही ज्वेलरी व कई किलो सोना मिलने की बात की चर्चा बनी हुई है।साथ ही कहा जा रहा है कि ईडी को उनके घर से भारी मात्रा में लेनदेन के पेपर भी मिले है। ये सोना कहां से आया, ईडी की टीम इसकी जानकारी इकट्ठा कर रही है। ईडी के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो अब तक सभी ठिकानों से जांच के दौरान दस करोड़ से ज्यादा नगदी और ज्वेलरी मिली है। महासमुंद में एक कारोबारी की गाड़ी से छह करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक आज पूछताछ की प्रक्रिया शामिल हो सकती हैं IAS अधिकारी रानू साहू।
आयकर विभाग के आरोप पत्र और शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय याने की ईडी ने 11 अक्टूबर से छत्तीसगढ़ में आईएएस अधिकारियों और शराब ठेकेदार कोयला ट्रांसपोर्ट के साथ सत्ता पार्टी से जुड़े हुए नेताओं के यहां छापेमारी की सूत्र यह बता रहे हैं प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर लिया है और करीब 4 करोड़ से ऊपर की राशि के साथ ही कुछ सोने के जेवरात भी जप्त किया है।
विश्वसनीय सूत्र यह भी बता रहे हैं कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने अपने एडवोकेट पैनल को तैयार रहने के लिए कहा है और प्रवर्तन निदेशालय आज 13 अक्टूबर को कुछ लोगों को ईडी के न्यायालय में पेश कर सकती है।