उत्तराखंड: राज्य में लंपी वायरस से अब तक 68 मौतें।






उत्तराखंड प्रदेश भर में लंपी वायरस का प्रकोप फैला हुआ है अब तक राज्य में 823 पशु इलाज के बाद स्वस्थ हो गए हैं, जबकि बीमारी से अब तक 68 पशुओं की मौत हुई है। सरकार ने बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए केंद्र से गोटपॉक्स वैक्सीन की मांग की है। पशुपालन विभाग ने उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे गांवों में बड़े पैमाने पर पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया है।



पशुपालन निदेशक डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि हरिद्वार, देहरादून व पौड़ी जिलों में पशुओं में लंपी संक्रमण फैल रहा है। इसकी रोकथाम के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया है। केंद्र अब तक एक लाख से अधिक गोटपॉक्स वैक्सीन ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी व टिहरी जिले को उपलब्ध कराई गई है। केंद्र सरकार ने अतिरिक्त वैक्सीन की मांग की गई है।
उन्होंने बताया कि लंपी बीमारी से 3822 पशुओं का इलाज किया जा रहा है। इसमें 823 पशु ठीक हो गए हैं जबकि 68 पशुओं की मौत हुई है। रोग की रोकथाम के लिए सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। संक्रमित पशुओं से स्वस्थ पशुओं को अलग रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के अंदर पशुओं की आवाजाही के लिए क्षेत्रीय पशु चिकित्साधिकारी की ओर से रोग से मुक्त स्वस्थता प्रमाण पत्र को अनिवार्य किया गया।

फाइल फोटो- पशुपालन निदेशक उत्तराखंड डॉ. प्रेम कुमार।



निदेशक ने कहा कि पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए पशु को स्वस्थ रखा जाना आवश्यक है। पशुओं के ऊर्जा स्तर को बनाए रखने के लिए मिनरल मिक्चर का प्रयोग किया जाए। पशुओं के आसपास सफाई रखने के साथ ही स्थानीय निकाय के माध्यम से फॉगिंग कर मच्छर, मक्खी से बचाव जरूरी है। जिससे संक्रमण स्वस्थ पशु में न फैल सके।

Himfla
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