अपडेट: शहीद का पार्थिव शरीर आज भी नही पहुचाँ घर।

लेह में मौसम खराब होने के चलते सेना का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है, जिसके चलते उनका पार्थिव शरीर हल्द्वानी स्थित उनके आवास पर नहीं पहुंच पा रहा है।
एसडीएम हल्द्वानी मनीष कुमार सिंह ने जानकारी देते बताया कि खराब मौसम के चलते शहीद चंद्रशेखर हर्बोला का पार्थिव शरीर नहीं आ सकता, इसी के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का हल्द्वानी कार्यक्रम भी स्थगित हो गया हैं, और कल मौसम साफ होने के बाद उनके पार्थिव शरीर को हल्द्वानी लाया जाएगा।

बताते चले कि 19 कुमाऊँ रेजीमेंट में जवान चंद्रशेखर हर्बोला का जिनकी मौत 29 मई 1984 को सियाचिन में ऑपरेशन मेघदूत के दौरान हो गई थी बर्फीले तूफान में ऑपरेशन मेघदूत में 19 लोग दबे थे जिनमें से 14 जवानों का शव बरामद कर लिया गया था लेकिन पांच जवानों का शव नहीं मिल पाया था जिसके बाद सेना ने चंद्रशेखर हर्बोला के घर में यह सूचना दे दी गई थी कि उनकी मौत बर्फीले तूफान की वजह से हो गई है उस दौरान चंद्रशेखर हर्बोला की उम्र सिर्फ 28 साल थी उनकी दोनों बेटियां बहुत छोटी थी परिजनों ने चंद्र शेखर हर्बोला का अंतिम संस्कार पहाड़ के रीति रिवाज के हिसाब से किया था लेकिन अब 38 साल बाद उनका पार्थिव शरीर सियाचिन में खोजा गया है जो कि बर्फ के अंदर दबा हुआ था ।

Himfla
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