अपडेट: गजोधर भइया की हालत स्थिर, अफवाह पर ना दे ध्यान

भारतीय कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव उर्फ गजोधर भइया के निधन की अफवाह के बीच उनके परिवार ने इस बात को नकार दिया है और उनके फैंस से उ की लंबी उम्र के लिये प्रार्थना करने के लिए कहा है।

राजू श्रीवास्तव के परिवार ने ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी करके उनकी हेल्थ के बारे में बताया है साथ ही कहा है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। उन्होंने लिखा- राजू श्रीवास्तव जी की तबीयत स्थिर है। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं। डॉक्टर्स की टीम अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ उनके स्वास्थ्य का ख्याल रक रही है। आप सभी शुभचिंतकों को उनके निरंतर प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। आप सबसे अपील है कि अफवाहों/फर्जी खबरों पर ध्यान ना दें। कृपया राजू श्रीवास्तव के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें।

परिवार ने करी अपील

राजू श्रीवास्तव के ब्रेन से 15-20 प्रतिशत तक रिस्पॉन्ड करना शुरू कर दिया है। उन्हें नाक के ज़रिए ट्यूब से लिक्विड के तौर पर दूध देना शुरू किया गया. राहत की बात ये है कि राजू श्रीवास्तव ट्रीटमेंट को रेस्पांड कर रहे हैं, राजू की नाक से मोटी मल्टीपर्पज़ सेंट्रल फ़ीड पाईप को हटाकर एक पतली सेंट्रल पाईप लगाई गई है। डाक्टरों के अनुसार होश आने में अभी कुछ दिन लग सकते हैं। राजू को पहले दिन ट्रीटमेंट के सपोर्ट के लिए एनेस्थीसिया भी दी गई थी जिसकी डोज़ अब कम कर दी गई है। यानी ज़रूरी एनेस्थीसिया के बावजूद ब्रेन के ज़रूरी रेसपोंस के लिए न्यूरो ट्रीटमेंट जारी है, गुरूवार से शुक्रवार तक हाथ पैरों और गले में कुछ हरकत दिखाई दी है पर डाक्टरों का कहना है कि आँखों में हरकत ही मिनिंगफ़ुल मानी जाएगी।
बता दें की राजू श्रीवास्तव जब जिम में बेहोश हुए थे तब से एम्स में एडमिट होने के बीच में क़रीब दस मिनट से ज़्यादा समय तक उनके ब्रेन में आक्सीजन सप्लाई बाधित थी जिसके कारण ब्रेन ने रेस्पांड करना बंद कर दिया। एडमिट होने के कुछ देर बाद ही पल्स मिल सकी थी। एडमिट होने के बाद उनके हार्ट में एक नया स्टेंट डाला गया था और दो पुराने स्टेंट रिप्लेस किए गए थे। इस बार हार्ट अटैक आने से पहले ही, (मेडिकल हिस्ट्री के तौर पर ) राजू के हार्ट में पहले नौ स्टेंट डाले जा चुके थे।

uksangam.in राजू श्रीवास्तव उर्फ गजोधर भइया के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता है।

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Pahadi Bhula

Author has been into the media industry since 2012 and has been a supporter of free speech, in the world of digitization its really hard to find out fake news among the truth and we aim to bring the truth to the world.