लिपिक को एक साल से नहीं मिल रही थी छुट्टी, पत्र लिखकर पत्नी के रूठकर मायके चले जाने की बताई वजह, पास हो गई छुट्टी। जानिए पूरा मामला।

कमल कवि काण्डपाल।

खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रेमनगर कानपुर में क्लर्क पद पर तैनात शमशाद ने छुट्टी के लिए अपने अफसरों को दिलचस्प चिट्ठी लिखी है।चिट्ठी में उन्होंने लिखा, पत्नी रूठकर मायके चली गई है, वापस लाने के लिए तीन दिन की छुट्टी चाहिए. एक साल से छुट्टी नहीं मिलने के कारण पत्नी कि नाराजगी ज्यादा बढ़ गई.।लड़ाई के बाद वो बच्चों को लेकर मायके चली गई है।शमशाद की लीव एप्लिकेशन जहां उनके विभाग में चर्चा का विषय बनी हुई है वहीं शोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है।

शमशाद अहमद ने 4 अगस्त से 6 अगस्त तक अवकाश पर रहने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी प्रेम नगर को लेटर लिखा है. उसमें उन्होंने अवकाश की वजह बताई है कि उनकी पत्नी से उनकी लड़ाई हो गई है।जिस वजह से वह मानसिक रूप से बहुत आहत है।पत्नी को मनाकर वापस लाने के लिए गांव जाना पड़ रहा है।

शमशाद का कहना है कि उन्हें पिछले एक साल से किसी भी तरह की छुट्टी नहीं मिली है।इसी बात को लेकर पत्नी से बीते कई महीनों से मामूली कहासुनी चल रही थी।दो दिन पहले बात ज्यादा बढ़ गई. विवाद बढऩे पर वह कार्यालय आ गए थे और जब शाम को घर गए तो पत्नी मायके जा चुकी थी। साथ में बेटी और दोनों बेटों को भी ले गई है ।

शोशल मीडिया पर वायरल पत्र।

पत्र लिखने के बाद शमशाद अहमद को मिल गई छुट्टी। शमशाद अहमद ने बताया कि जरूरी काम को अमल में लाते हुए विभाग ने उन्हें तीन दिन का अवकाश प्रदान किया है।
कानपुर के प्रेमनगर खंड शिक्षा अधिकारी के दफ्तर में कार्यरत लिपिक को छुट्टी देने सहित विभाग ने उन्हें स्टेशन तक छुड़वाया भी। शमशाद अहमद का इस मसले पर कहना है कि वह अवकाश चाहते थे, लेकिन अवकाश मिल नहीं रहा था।जिस कारण उन्हें अपनी वास्तविक स्थिति को सबके सामने रखना पड़ा. प्रार्थना पत्र में उन्होने लिखा था कि पत्नी के मायके चले जाने से वह मानसिक रूप से व्यथित थे ‌

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