उत्तराखंड राज्य में जिलों के पुनर्गठन की मांग कई बार उठ चुकी है एवं हर चुनावी वर्ष में राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र में भी इस मुद्दे को गंभीरता से रखा जाता है। अब तक हर सरकार के कार्यकाल में ये चर्चाएं होती रही हैं। इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में नए जिले बनाए जाने को और अधिक बल दे दिया है। आपको याद होगा कि हाल ही में भाजपा संगठन ने प्रदेश में 5 नए संगठनात्मक जिले की घोषणा की थी। अब सरकार नए जिलों के गठन को लेकर भी विचार विमर्श करने जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बात को लेकर भी संकेत दिया है कि प्रदेश में लंबे समय से नए जिले की मांग की जा रही थी क्योंकि राज्य गठन इसी वजह से ही किया गया था। ताकि प्रदेश का विकास हो सके ऐसे में अगर प्रदेश का सही ढंग से विकास करना है तो जिलों के विस्तार करने की जरूरत है।
यह मांग बहुत लंबे से चलती आ रही है। राज्य में कहां पुनर्गठन हो सकता है और वास्तव में इसकी कहां आवश्यक्ता है उसके लिए सारे जनप्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे। इस चर्चा को आगे बढ़ाकर इस दिशा में काम करेंगे: उत्तराखंड में नए ज़िले की मांग को लेकर राज्य के CM पुष्कर सिंह धामी, देहरादून pic.twitter.com/lcTmjpDOE8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2022
आपको बता दें कि रुड़की, रामनगर, कोटद्वार, काशीपुर और रानीखेत को जिला बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। ये मांग काफी वक्त पहले से उठती चली आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में बीते लंबे समय से नए जिलों की मांग उठती रही है जिसे देखते हुए अब जनप्रतिनिधियों व सामाजिक एक्टिविस्ट से भी सरकार राय मशवरा करेगी।
हरीश रावत ने किया पलटवार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा जिलों के पुनर्गठन को लेकर कही गई बातों पर हरीश रावत ने तुरंत प्रतिक्रिया देकर तंज कसते कहा “यदि #जिले बनाने वाली खबर में कुछ सच्चाई है! केवल ध्यान हटाने के लिए जैसे यह शगुफा छोड़ा जा रहा है कि कॉमन सिविल कोड, कोई कह रहा है भू-कानून ताकि जो चूल्हे हिल गई हैं भाजपा की भर्ती घोटाले और अन्य घोटालों से उससे ध्यान हटाया जा सके”
यदि #जिले बनाने वाली खबर में कुछ सच्चाई है! केवल ध्यान हटाने के लिए जैसे यह शगुफा छोड़ा जा रहा है कि कॉमन सिविल कोड, कोई कह रहा है भू-कानून ताकि जो चूल्हे हिल गई हैं भाजपा की भर्ती घोटाले और अन्य घोटालों से उससे ध्यान हटाया जा सके,….।#Uttarakhand pic.twitter.com/OSXQdTt0dF
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) August 31, 2022