दिल्ली के आनंद विहार से लखनऊ जाने के लिए तैयार कुछ लोगो पर जब दिल्ली पुलिस को शक हुई तो उनके बैग की तलाशी के दौरान 2251 जिंदा कारतूस बरामद हुए। यह देखते ही दिल्ली पुलिस सकते में आ गयी और तुरंत ही दोनों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया। स्वतंत्रता दिवस के कारण चल रही सघन चेकिंग के कारण ये बड़ा कन्साइनमेंट पकड़ा गया। अब इसके तार देहरादून से जुड़ गये है।
दो संदिग्ध लोगों को भारी बैग के साथ देखे जाने पर उनके बैग की जांच की गई। जांच के दौरान हमें 2251 जिंदा कारतूस मिले। पूछताछ के बाद पता चला कि ये कनसाइनमेंट देहरादून से लिए गए थे: प्रियंका कश्यप, डीसीपी पूर्वी दिल्ली
पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की और प्रस्तावित रिसीवर में से एक सद्दाम को जौनपुर से पकड़ा। पुलिस ने देहरादून में गन हाउस चलाने वाले परीक्षित नेगी की पहचान की। आगे की जांच के दौरान सिंडिकेट के 3 और सदस्यों को गिरफ्तार किया गया: प्रियंका कश्यप, डीसीपी पूर्वी दिल्ली
दिल्ली में घटना का पर्दाफाश होने के बाद शुक्रवार रात को एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी की। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिली है। पुलिस ने अपने स्तर पर गन हाउस के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है। अभी दुकान बंद है, ऐसे में उसके स्वजन का पता करवाया जा रहा है। उसने कितने कारतूस बेचे और इसका रिकार्ड उसके पास है कि नहीं इसकी जांच होगी।
दिल्ली में गिरफ्तार हुए परीक्षित नेगी की देहरादून के राजीव भवन कांप्लेक्स में स्थित रायल आर्म्स नाम की दुकान का शटर अधिकतर समय बंद ही रहता है। पड़ोस में रहने वाले दुकानदारों को यह भी नहीं पता कि उसने अंतिम बार दुकान का शटर कब खोला था।
दुकानदारों ने बताया कि दुकान का मालिक कभी-कभार ही दुकान खोलता है। वह अक्सर बाहर ही रहता है। दुकान के अंदर क्या-क्या सामान है इसकी भी उन्हें जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि परीक्षित नेगी ने 2019 में यह दुकान ली थी। दुकान में एक अन्य के पार्टनर होने की भी सूचना है।
आज हो सकती है गन हाउस की जॉच, जिले मे सात गन हाउस है लेकिन शायद ही इनकी जांच समय से होती हुई हो। वही जिलाधिकारी सोनिका ने कहा है कि गन हॉउस की आज शनिवार को जाँच की जाएगी।