गजब: चाहे शादी हुई हो या ना हुई हो, धामी सरकार देगी करवाचौथ की छुट्टी, पुरुष करेंगे काम??
उत्तराखंड की धामी सरकार द्वारा 1 नवंबर को करवाचौथ की छुट्टी घोषित करने के बाद यह छुट्टी विवादो में घिरती नजर आ रही है। पत्र की माने तो
उत्तराखण्ड राज्य के अधीन शासकीय / अशासकीय कार्यालयों/ शैक्षणिक संस्थानों / शासकीय प्रतिष्ठानों में कार्यरत महिला कार्मिकों को प्रदेश भर में करवा चौथ पर्व हेतु दिनांक 01-11-2023 (बुद्धवार) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किये जाने की सहर्ष स्वीकृति प्रदान करते हैं।
सचिव विनोद कुमार सुमन द्वारा जारी यह आदेश प्रदेशभर की महिला क्रमिको को अवकाश की स्वीकृति प्रदान कर रहा है जबकि इसमें पुरुषो को कार्यालय नही आने बाबत कोई जानकारी नहीं है। उत्तराखंड के शिक्षा विभाग में 50%से ज्यादा महिला क्रमिक है वही निजी विद्यालय में 90%तक महिला क्रमिक कार्य करती है, इस आदेश के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है की क्या कल विद्यालयों में बिना महिला कार्मिकों के बिना बच्चे आयेंगे? क्या प्रदेश में कल mid day meal (एमडीएम) पुरुष क्रमिक बनाएंगे या कल बच्चे भूखे रहेंगे? क्योंकि ज्यादातर भोजन माता महिला क्रमिक है? क्या निजी स्कूल बिना महिला क्रामिको के संचालित किया जा सकता है? इन सब सवालों के बीच एक सवाल यह भी खड़ा हो गया है की अगर महिला की शादी नही हुई है या फिर अगर वो विधवा है तो भी क्या छुट्टी देना सही है? इन सभी सवालों के कारण यह आदेश सवालों के घेरे में नजर आ रहा है। उम्मीद है जल्द सरकार इसको सही करके पुनः जारी करेगी?