स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को जनवरी 2025 से जनवरी 2026 तक के लिए ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट, इंडिया द्वारा प्रतिष्ठित ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ का दर्जा दिया गया है। सेल को दूसरी बार यह प्रमाणन मिला है। इससे पहले दिसंबर 2023 से दिसंबर 2024 तक के लिए उसे यह दर्जा दिया गया था।
लगातार दूसरी बार वैश्विक मान्यता प्रदान किए जाने में कंपनी के अभिनव मानव संसाधन पहल का उल्लेख किया गया है। इनमें कार्यस्थल के अलावा अन्य कार्य योजना (वर्क अदर देन वर्क प्लेस) शहरी कर्मचारियों के लिए उनके अनुकूल कार्य समय, लिंक्डइन लर्निंग हब और ई-पाठशाला के माध्यम से अपनी गति से सीखना, नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ सॉफ़्टवेयर ऐंड सर्विसेज़ कंपनीज़ (नैसकॉम) के साथ उच्च-स्तरीय सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्रशिक्षण, भारतीय प्रंबंध संस्थान (आईआईएम) और भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) के सहयोग से नेतृत्व विकास कार्यक्रम, कर्मचारी सहायता कार्यक्रमों के तहत ई-परामर्श, स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी और वरिष्ठ अधिकारियों के लिए नेतृत्व कोचिंग कार्यक्रम शामिल हैं। इन सभी पहल का उद्देश्य कार्य उत्पादकता बढ़ाना, कर्मचारियों को भविष्य की तकनीकी प्रगति के लिए सक्षम बनाना और उनकी क्षमता का पूर्ण उपयोग करना है।
ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट एक वैश्विक संगठन है जो कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया अपनाकर नियोक्ताओं द्वारा उत्कृष्ट कर्मचारी तैयार करने को मान्यता प्रदान करता है। संस्थान ने व्यापक सर्वेक्षण में सेल के कर्मचारियों से सीधे फीडबैक के आधार पर सेल को यह दर्जा प्रदान किया है।
सेल के अध्यक्ष श्री अमरेंदु प्रकाश ने कहा कि सेल को लगातार ग्रेट प्लेस टू वर्क का दर्जा मिलना बड़ी उपलब्धि है जो कार्यस्थल संस्कृति को बढ़ावा देने और आपसी विश्वास, सहयोग और कर्मचारी सशक्तिकरण पर आधारित सकारात्मक कर्मचारी माहौल प्रदान करने की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। यह प्रमाणन स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया समूह को और अधिक मेहनत कर आगे बढ़ने तथा और अधिक उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा।