जेल से छूटा राम रहीम नकली, उच्च न्यायालय में याचिका दर्ज

हरियाणा सरकार द्वारा 1 महीने की पैरोल पर बाहर आये डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम फिर एक बार चर्चा में है और इस बार का दावा किसी फिल्म की कहानी से अलग नही है।

जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा का चीफ राम रहीम नकली है। असली का तो राजस्थान के उदयपुर से किडनैप हो चुका है, यह दावा हम नही बल्कि चंडीगढ़ में रहने वाले डेरे के श्रद्धालू अशोक कुमार और कुछ अन्य ने किया है। उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में पिटीशन दायर की है। जिसमें जेल से बाहर आकर उत्तर प्रदेश के बागपत आश्रम में रह रहे राम रहीम की जांच की मांग की है।


उनका कहना है कि इस राम रहीम के हाव-भाव पहले की तरह नहीं हैं। पिटीशन दायर करने वाले चंडीगढ़ के अलावा पंचकूला और अंबाला के रहने वाले हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार, हनीप्रीत और सिरसा डेरा के एडमिनिस्ट्रेटर पीआर नैन को पार्टी बनाया है।


यह किया दावा
डेरे के इन श्रद्धालुओं ने कहा कि उन्हें सूत्रों से पता चला कि असली डेरा चीफ को किडनैप करने के बाद नकली को जेल में बिठा दिया गया। इस नकली को अब असली बनाकर डेरे की गद्दी हड़पने की कोशिश की जा रही है। डेरे की गद्दी के लिए असली डेरा प्रमुख को मारा जा चुका है या फिर मार दिया जाएगा। जेल में बंद नकली राम रहीम की जांच होनी चाहिए।

नकली राम रहीम होने के गिनाए कारण
पिटीशन में कहा गया कि उन्होंने जेल से बाहर आए डेरा प्रमुख में काफी बदलाव देखे हैं। उन्होंने हाल ही में कथित डेरा प्रमुख ने वीडियो जारी की, उन्हें गौर से देखा है।

डेरा प्रमुख का कद एक इंच बढ़ गया है।
अंगुलियों की लंबाई और पैरों का साइज भी बढ़ा हुआ है।
वीडियो में दिख रहा कि उसके चेहरे और हाथों में मास्किंग थी, जो बदल गई।
पुराने दोस्तों को नहीं पहचान पाया
पिटीशन दायर करने वालों ने कहा कि कथित डेरा प्रमुख से कुछ दिन पहले उनके कुछ पुराने दोस्त मिले थे। जिन्हें वह पहचान नहीं पाए। इससे साफ है कि वह नकली डेरा प्रमुख है। असली को लेकर उन्होंने गंभीर चिंता जताई है।


कई दिनों से सोशल मीडिया पर थी बहस

राम रहीम के असली-नकली होने को लेकर काफी समय से सोशल मीडिया पर भी बहस चल रही थी। डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों का एक ग्रुप इस बात को लेकर दावा कर रहा है कि जेल में बंद डेरा चीफ नकली है। इसकी जांच होने चाहिए।

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Pahadi Bhula

Author has been into the media industry since 2012 and has been a supporter of free speech, in the world of digitization its really hard to find out fake news among the truth and we aim to bring the truth to the world.