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काली को दिखाया सिगरेट पीते, सोशल मीडिया पर लोगो मे आक्रोश,


नई दिल्ली। बॉलीवुड हर साल कई फिल्में बनाता है और उनमें से कुछ फिल्में विवाद का विषय बन जाती हैं। आपने देखा होगा कि बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बन चुकी हैं जिन्हें लेकर काफी बवाल देखने को मिला है। उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो फिल्म ओह माई गॉड एक ऐसी फिल्म थी जिसमें भी हिन्दू संतों का मजाक बनाया गया था। इनके अलावा कुछ साल पहले एक और फिल्म आयी थी जिसका नाम सेक्सी दुर्गा रखा गया था। इस फिल्म को लेकर लोगों ने आवाज़ उठायी और नतीजन मेकर्स ने फिल्म का नाम बदलकर एस दुर्गा किया था। केवल बॉलीवुड ही नहीं बल्कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी कई ऐसी फिल्म हैं जिसमें भगवान शिव का मजाक बनाकर रख दिया गया है।

खैर इन सब मामलों को देखा जाए तो ये सभी अभी तक भारत में देखने को मिले थे लेकिन अब भारत की देखा-देखी विदेशों में भी आस्था का अपमान देखने को मिलने लगा है।ताजा मामला कनाडा का है जहां देवी काली का विवादित रूप चर्चा में है।


हाल ही में आई ब्रह्मास्त्र फिल्म में भी रणबीर कपूर के करैक्टर को मंदिर में जूता पहनकर घुसता हुआ दिखया गया जिसके बाद से हिन्दू कम्युनिटी में खासी नाराज़गी देखी गई। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी रणबीर कपूर को इसे लेकर काफी ट्रोल भी किया गया। खैर इन सब मामलों को देखा जाए तो ये सभी अभी तक भारत में देखने को मिले थे लेकिन अब भारत की देखा-देखी विदेशों में भी आस्था का अपमान देखने को मिलने लगा है। ताजा मामला कनाडा का है जहां देवी काली का विवादित रूप चर्चा में है।


क्या है पोस्टर में जिसपर हो रहा है बवाल

सोशल मीडिया पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म, “काली” का पोस्टर शेयर किया है। जिसमें मां काली को सिगरेट पीता हुआ दिखाया गया है जिनके एक हाथ में lgbtq कम्युनिटी का झंडा भी है । इस पोस्टर को लीना मणिमेकलई ने शेयर किया है जिसको लेकर लोगों में गुस्सा है। आपको बता दें लीना मणिमेकलई डाक्यूमेंट्री फिल्ममेकर हैं जो लगातार ऐसी विवादित फिल्में बनाती रहती हैं। पोस्टर में माँ काली का अपमान साफ़ तौर पर देखा जा सकता है जिसको लेकर लोग पोस्टर से संबंधित राय अपने अपने तरीके से सोशल मीडिया पर रख रहे हैं। आईये हम आपको लोगों के कुछ रिएक्शन दिखाते हैं।

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Pahadi Bhula

Author has been into the media industry since 2012 and has been a supporter of free speech, in the world of digitization its really hard to find out fake news among the truth and we aim to bring the truth to the world.