भारतीय टीम ने भले ही पहला वनडे (India vs West Indies) तीन रन से जीत लिया हो, लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया था, जब वेस्टइंडीज 309 रन चेज करता दिख रहा था। आखिरी ओवर में ऐसा भी लगा कि कहीं सुपर ओवर तो नहीं होगा, लेकिन सिराज की एक सटीक यॉर्कर ने भारत को जीत दिला दी। एक समय जो वेस्टइंडीज बिखरती नजर आ रही थी, उमसें मेयर्स और बाद में किंग की पारियों ने जान डाल दी। आखिरी में मारियो शेफर्ड लगभग भारत के मुंह से जीत छीन ही ले गए थे, लेकिन आखिरी बॉल पर वह शॉट नहीं लगा सके ओर भारत बाजी मार गया।
शिखर धवन और शुभमन गिल की शतकीय साझेदारी
सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में मैच से पहले यह नहीं पता था कि शिखर धवन किस खिलाड़ी के साथ ओपनिंग करेंगे। विकल्प के रूप में गिल, गायकवाड़ और किशन थे। टीम मैनेजमेंट ने गिल को चुना और दाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने मौके को दोनों हाथों से लपका। धवन ने 97 और गिल ने 64 रन की शानदार पारी खेल टीम को शानदार शुरुआत दी। दोनों खिलाड़ियों ने पहले विकेट के लिए कुल 119 रन जोड़े। धवन ने इस दौरान कप्तानी पारी खेलते हुए 99 गेंदों पर 10 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 97 रन बनाए। उन्हें इस पारी की वजह से मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
हुड्डा-अक्षर की साझेदारी ने निभाया अहम रोल
टॉप ऑर्डर के शानदार प्रदर्शन के बाद उम्मीद लगाई जा रही थी कि मिडिल ऑर्डर टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जाएगा। मगर सूर्यकुमार 13 तो सैमसन 12 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद अंत में दीपक हुड्डा ने अक्षर पटेल के साथ छोटी मगर शानदार साझेदारी कर टीम को 300 के पार पहुंचाया। हुड्डा ने 32 गेंदों पर 27 तो अक्षर ने 21 रन की पारी खेली। दोनों खिलाड़ियों को अल्जारी जोसेफ ने पवेलियन का रास्ता दिखाया।
सिराज का जादू:
मोहम्मद सिराज ने आखिरी ओवर की पहली बॉल पांचवें स्टंप पर वाइड यॉर्कर फेंकी, जिस पर हुसैन कोई रन नहीं बना पाए। अगली बॉल पर उन्होंने बल्लेबाज के पैरा का पीछा किया और बॉल पैड पर लगकर 1 रन के लिए पॉइंट की ओर चली गई। सिराज ने तीसरी बॉल भी खतरनाक मारियो शेफर्ड को यॉर्कर मारी, लेकिन गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेती हुई फाइन लेग की दिशा में चौके के लिए चली गई। चौथी बॉल भी पैरों पर ही थी। मगर पांचवीं गेंद वह लेग स्टंप के काफी बाहर यॉर्कर कर बैठे, जिसे डाइव लगाकर अगर सैमसन नहीं रोकते तो चौका चले जाता और मैच फंस सकता था। अब आखिरी दो गेंदों में जीत के लिए 7 रन की दरकार थी।
शेफर्ड के पैरों को निशाना बना रहे थे सिराज
सिराज ने सेकेंड लास्ट बॉल भी लगभग चौथे स्टंप पर यॉर्कर मारी। बड़ा शॉट लगाने की तैयारी में खड़े शेफर्ड सिर्फ 2 ही रन दौड़ पाए। अब भी अगर आखिरी गेंद पर चौका लग जाता तो मैच सुपर ओवर में चला जाता। 6 लगते ही वेस्टइंडीज मैच जीत जाती, लेकिन आखिरी गेंद भी पैरों पर यॉर्कर थी, जिसका शेफर्ड के बल्ले से ही कनेक्शन नहीं हुआ। बाई के 1 रन मिले और भारत सिराज की यॉर्कर्स के बूते 3 रन से जीत गया। मोहम्मद सिराज ने 10 ओवर में 57 रन देकर 2 विकेट लिए। शार्दुल ठाकुर और युजवेंद्र चहल के खाते में भी दो-दो सफलताएं आईं। प्रसिद्ध कृष्णा, अक्षर पटेल और दीपक हुड्डा की झोली खाली रही।