तुर्की में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गयी। स्थानीय समय के मुताबिक, भूकंप सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर आया। इसकी गहराई जमीन से 17.9 किलोमीटर अंदर थी। अब तक पांच लोगों की मौत की खबर है। भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गयी हैं। इसके अंदर लोगों के दबे होने की भी आशंका है। तुर्की की सरकार ने भूकंप के बाद देश मै आपातकाल लगा दिया है, वही वहा से गुजरने वाली एक गैस पाइपलाइन भी भूकंप के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है जिसमे भयानक आग लग गई है, तुर्की के राष्ट्रपति से दुनिया से मदद की गुहार लगाई है।
पहला झटका सीरियाई सीमा के क़रीब
गाज़िएनटेप में आए भूकंप का केंद्र तुर्की से 26 किलोमीटर दूर पूर्व में नूरदा शहर में बताया जा रहा है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने जर्मन रिसर्च सेंटर ऑफ़ जियोसाइन्सेज़ (जीएफ़ज़ी) के हवाले से इसे 7.4 तीव्रता का भूकंप बताया गया है।
जीएफ़ज़ी के अनुसार भूकंप का केंद्र ज़मीन से 10 किलोमीटर नीचे था। वहीं यूएसजीएस ने कहा है कि भूकंप का केंद्र ज़मीन से 11 मील नीचे था।
समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़, भूकंप का पहला झटका स्थानीय समयानुसार सवेरे 4 बज कर 17 मिनट पर आया था।
यूएसजीएस के अनुसार इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.8 थी।
दूसरा झटका केंद्रीय तुर्की के पास
इसके कुछ देर बाद दूसरा झटका केंद्रीय तुर्की में महसूस किया गया है।
यूएसजीएस के अनुसार दूसरे झटके की तीव्रता 6.7 थी जिसका केंद्र ज़मीन के 12 किलोमीटर नीचे था।
मिल रही ख़बरों के अनुसार भूकंप के कारण कई इमारतें गिर गई हैं और इनके मलबे में लोग फंसे हो सकते हैं।
भूकंप के कारण शहर का एक शॉपिंग मॉल ज़मींदोज़ हो गया है।
वहीं ग़ज़ा पट्टी में क़रीब 45 सेकंड तक उन्होंने भूकंप के झटके महसूस किए।